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Hindi Story (हिंदी स्टोरी official) : प्रेम कहानी (prem kahani)- "तकदीर इश्क़ की" Cute love Stories in Hindi, Really Heart Touching Love Story in Hindi.

  Hindi kahaniyan प्रेम कहानी (prem kahani)- "तकदीर इश्क़ की" Cute love Stories in Hindi, Really Heart Touching Love Story in Hindi. जुलाई का महीना था मानसून आ चुकी थी बारिश खुशियां बनके बरस रही थी और गोवा के इन सड़कों पर बारिश के वक्त चलना कितना मुश्किल होता है जानते होंगे। जहां मैं रहता हूं, मेरे मोहल्ले से 2 किलोमीटर पर बिच है जहां ऐसी बारिशों में वहां का नजारा बहुत है दृश्य मई लगता है क्योंकि इसी समय जोड़ियां बनती भी है और टूटती भी। लोग अक्सर भूल जाते हैं की दिल टूटने के बाद जब दिल जवाब देना बंद कर दे फिर आप अकेले पंछी की तरह जिसको किसी ने पिंजरे में कैद कर दिया हो। अगले दिन मैं अकेले उस बीच के पास गया और वहां लोगों को बारिश में झूमते, नाचते और सब गाते दिख रहे थे सब बहुत खुश है सब बहुत खुश थे और समुंदर भी लहर बन बन के झूम रही थी उसे भी पता था कि यहां पर आशिकों का मेला लगा है जिसमें एक लड़का और एक लड़की दोनों एक दूसरे की आंखों में आंखें डाल के अपनी जिंदगी कह डालते थे, मैं बहुत अकेला था वहां उस भीड़ में लेकिन खुश था की जिंदगी में कुछ खोने के बाद ही तो कुछ अच्छा होता है। फिर

Hindi Story (हिंदी स्टोरी official) : "शादी सम्मेलन" हिंदी ड्रामा कहानियां, "Shadi sammelan" Hindi drama short kahaniyan.

  Hindi official kahaniyan  "शादी सम्मेलन" हिंदी ड्रामा कहानियां,  "Shadi sammelan" Hindi drama short kahaniyan. दिसंबर का महीना था, ठंडी बहुत कड़क थी, और इसी वक्त मेरे चाचा की शादी हो रही थी। शादी की तैयारी में घर के सारे लोग जुटे हुए थे।दादा- दादी पापा- मम्मी, मजले चाचा- मझली चाची, मझले दादा जी छोटे दादा जी उनके बेटे सब सब लोग लगे हुए थे। फिर क्या इसी बीच कुछ पड़ोसी भी आते हैं, मदद करने लेकिन हमारे कुछ एक ऐसे पड़ोसी थे। जो अपनी मदद हमसे करवाते हैं, जी हां मेरे दादाजी के मुंह बोली बहन उसका बेटा उसकी बेटी तीनों बहुत ही अजीब गरीब थे। बारात निकलने का समय हो गया था। आरती का थाली लेकर दूल्हे को शुभकामनाएं दे रहे थे, और इधर बैंड बाजा जोर-जोर से बजये जा रहे थे, और इधर वही पड़ोसी जो मेरे दादाजी के मुंह बोली बहन का बेटा ये क्या कह रहा था कि उसको भी दूल्हे के जैसे आरती करनी है, आरती कर रही मेरी मम्मी और मेरे चाचा जिनकी आज शादी थी वे दोनों ही थोड़ी देर के लिए हैरान हो गए और आसपास के लोग तो वह सब हंसने लगे। उस पागल को वहां से हटाया गया। उसका नाम वैसे "रामू" था! वो  त