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Hindi Story (हिंदी स्टोरी official) : "शादी सम्मेलन" हिंदी ड्रामा कहानियां, "Shadi sammelan" Hindi drama short kahaniyan.

  Hindi official kahaniyan  "शादी सम्मेलन" हिंदी ड्रामा कहानियां,  "Shadi sammelan" Hindi drama short kahaniyan. दिसंबर का महीना था, ठंडी बहुत कड़क थी, और इसी वक्त मेरे चाचा की शादी हो रही थी। शादी की तैयारी में घर के सारे लोग जुटे हुए थे।दादा- दादी पापा- मम्मी, मजले चाचा- मझली चाची, मझले दादा जी छोटे दादा जी उनके बेटे सब सब लोग लगे हुए थे। फिर क्या इसी बीच कुछ पड़ोसी भी आते हैं, मदद करने लेकिन हमारे कुछ एक ऐसे पड़ोसी थे। जो अपनी मदद हमसे करवाते हैं, जी हां मेरे दादाजी के मुंह बोली बहन उसका बेटा उसकी बेटी तीनों बहुत ही अजीब गरीब थे। बारात निकलने का समय हो गया था। आरती का थाली लेकर दूल्हे को शुभकामनाएं दे रहे थे, और इधर बैंड बाजा जोर-जोर से बजये जा रहे थे, और इधर वही पड़ोसी जो मेरे दादाजी के मुंह बोली बहन का बेटा ये क्या कह रहा था कि उसको भी दूल्हे के जैसे आरती करनी है, आरती कर रही मेरी मम्मी और मेरे चाचा जिनकी आज शादी थी वे दोनों ही थोड़ी देर के लिए हैरान हो गए और आसपास के लोग तो वह सब हंसने लगे। उस पागल को वहां से हटाया गया। उसका नाम वैसे "रामू" था! वो  त

Hindi Story (हिंदी स्टोरी official) : आशिक IN लॉकडाउन, Drama short story with English Translation

Hindi dramatic short story with English Translation. " आशिक IN लॉकडाउन"  Short Story लक्की अरोड़ा इंदौर में रहने वाला एक लड़का जिसकी उम्र करीबन 21 से 22 के बीच होनी चाहिए जो इंदौर के इलाके में रहता था। मुझे पता नहीं मतलब, वैसे क्या फर्क पड़ता है, मौज करो और उपाय ही क्या है! लेकिन   लक्की   अरोड़ा दिखने में साधारण से भी साधारण दिखता था, एक दिन उसके पड़ोस में, उसके बिल्डिंग के दो घर छोड़कर दाए साइड में एक लड़की रहने आई। फिर आगे की कहानी मेरे द्वारा और  लक्की अरोड़ा  के मुुंह से...आगे मै इधर उधर से खबर लगाया तो उसका नाम निशा अरोड़ा पता चला क्या बात है, लक्की अरोड़ा विद अरे क्या नाम था उसका अभी तो याद किया था, हां निशा अरोड़ा क्या भाग्य है हमारे, मंगलवार को हनुमान मंदिर में जाकर ₹11 का दक्षिणा और 50 का बेसन के लड्डू जरूर चढ़ा लूंगा।  अगले ही दिन मैं उसी मोहल्ले से अपने घर की तरफ आ रहा था, तभी मुझे याद आया कि मैं राशन की थैली तो दुकान पर ही भूल गया। फिर वापस दुकान जाता है थैली लेने और अपने साथ पड़ोस में आई लड़की निशा की तीन थैली भी साथ उठाकर जरूर लता है, क्योंकि साधारण लड़का है, फ